Full width home advertisement

Post Page Advertisement [Top]

गुरू प्रदत अमूल्य विघा

एक बार एक व्यक्ति गुरु दीक्षा प्राप्त करने हेतु किसी संत के पास पहुंचा और संत से निवेदन किया की मैं आपको गुरु के रूप में पूजना एवं धारण करना चाहता हूँ | वह व्यक्ति चंचल स्वभाव के थे तो साथ में उन्होंने संत से यह भी कहा की आप मुझे ऐसा गुरु मन्त्र दें जो आज तक दुनिया में किसी भी शिस्य को न मिला हो |

संत ने कहा कि ठीक है और उन्होंने सीता-राम ,सीता-राम जपने को कह दिया | शिस्य वहां से गुरुमंत्र पा कर सीधा इलाहाबाद संगम स्नान करने गया | उसने ज्योहीं डुबकी लगा कर अपने सर को बाहर किया तभी देखा की वहां जितने भी लोग स्नान कर रहे थे वे सब सीता-राम जप रहे थे | शिस्य ने सोचा कि मैंने अपने गुरु से ऐसा मन्त्र माँगा था कि दुनिया में उसे कोई न जपता हो और गुरदेव ने मुझे ऐसा मन्त्र दे दिया जिसे पूरी दुनिया जपती है | गुरु ने मेरे साथ धोखा किया है | ऐसा सोच कर वो सीधा अपने गुरु के पास पहुंचा और सारी बात कह दी |

गुरु जान गए कि ये शिस्य मूर्ख है और उन्होंने वही अपने पैर के पास पड़े एक पत्थर को उठा कर शिस्य को दिया और कहा कि इस पत्थर को लेकर बाजार में जाओ | इसे बेचना मत केवल इसकी कीमत का पता हर दुकान पर लगा कर आओ | शिस्य बहुत खुश हुआ और पत्थर लेकर निकल गया | सबसे पहले वो एक सब्जी वाले के पास पहुंचा और पुछा कि इस पत्थर कि क्या कीमत लगाओगे ? सब्जी वाले ने कहा कि ये पत्थर बटखरे के काम आ जायेगा इसलिए इसका २ रुपये दे दूंगा |

उसके बाद शिष्य किराने कि दुकान पर पहुंचा और पुछा कि इस पत्थर कि क्या कीमत लगाओगे ? दुकानदार ने कहा कि ये पत्थर टेबल पर कागज दबाने के काम आ सकता है इसलिए इसका मैं २० रुपये दे दूंगा |

ऐसे ही घुमते हुए वो शिस्य एक बड़े से जौहरी के दुकान पर पहुँच गया और वही सवाल जौहरी से किया कि इस पत्थर कि क्या कीमत लगाओगे ? तब जौहरी ने पत्थर को ध्यान से देखा और बोला कि मेरे दुकान में जो भी संपत्ति पड़ी है वह इस पत्थर कि कीमत से बहुत कम है क्योंकि यह पत्थर शुद्ध हीरा है जो अतिदुर्लभ कोटि में आता है |

शिष्य का दिमाग घूम गया और सीधा अपने गुरु के पास पहुंचा और सारी बात बता दी तब गुरु ने कहा कि इसलिए गुरु से तुम्हे जो भी विद्या प्राप्त हो उसकी कीमत दुनिया का हर आदमी नहीं लगा सकता उसकी पहचान सिर्फ जौहरी ( गुरु ) को होती है |

---- पु अघोरेश्वर

No comments:

Post a Comment

Bottom Ad [Post Page]